किरण वाडीवकर
कवी,लेखक,पत्रकार
Wednesday, January 29, 2014
विधान भवन
एक विधान है
उसका एक भवन है।
अंदर...
लहलहाते खेत
तूफान में
करकराते पेड़
सूखे बंजर
एक चर्चा है।
बाहर सूँघते हैं लोग
घास की रोटी।
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